Tuesday, 28 June 2016

#राजनीति# की #रस्याण#

छुयाल प2
 राजनीति की रस्याण

जी हाँ आजकल कु टेम मा राजनीति अब बस रस्याण सिर्फ बन्कि रै ग्याई ।खूब रस्याण आणि...मजा आणि किले की विकास की राजनीति ता गदनु माँ डाल दये त्यु नेतौंन।
        आज का चकाचोंद माँ अब नेता भी हमर राजनीति कु डिस्को डान्सर ह्वे गेन , आर वैकि चक्कर माँ राजनीति माँ स्वार्थ भाव खुद ऐ जांदू। किले की चकाचोंद कु दुनिया यनि च की जैकी चक्कर मा मनखी सब बिसरी कि इ घोटाला भरष्टाचार रुपी पाप की  ढिंडि माँ गोता लगणु कु मजबूर ह्वे जांदू। आर वीं चकाचोंद का बाना निर्भगि  गलती ह्वे जांदी । मेरु मतलब आप समझने ह्वेलि.. हांजी उ फिर बाद माँ बड़ु घोटाला कु रूप माँ समणी  आन्दु ।
   ...आजकल जू हमर राजनेता या हमर जनप्रतिनिधि छन उन्की राजनीति सिर्फ और सिर्फ स्वार्थ भाव पर चलनी च। सब कुर्सी कु पिछने भगणा छन् । कै ते दायित्व चेंदु  ता केते मंत्रिपद। पर ई सब कु बीच जनता कु हित क बारे मा क्वि नई सुचुदु। जनता ता बस ये आस माँ रौंदी की कभी नेता जी ढिंडि बिटकि माछा पकड़ी लाल आर माछा ना तो कम से कम सुरवा त पिलाल। पर वक बिटिकि निकलदु भ्रस्टाचार नाम कु मगरमच्छ।
          
        पर इन नी च की सभी हमर राजनेता इन्ही ह्वा । पर अधिकतर नेता बसस राजनीति की रस्यण लिण मा ही मगन छन। बस ऊ नेता से यही उम्मीद कर्दू की कम से कम वी जनता बार मा भी सोचा जॉन तुमते कुछ सोची की वोट द्याई।

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